1.बेल से वो पैदा होवे , रंग से वो भूरी हैं |
भाई लोगो पहेली बूझो ,अधूरी नही वो पूरी हैं |
2.एक किले मे चालीस, सबका हैं मुहँ काला |
पूंछ पकड़ कर रगड लगाओ ,झट कर दे उजियाला |
3.एक नर मै देखी कार, बच्चा हर जने हर वो नारी |
बच्चा होते माँ को खाये, बच्चा मरे तो माँ की जय |
4.पड़ी रहे धड के बिना, गाड़ी मिटे सिर हिन् |
मग करे पग रहत हैं ,अक्षर केवल तीन |
5.वह हमको देती आराम
यह ऊँची तो ऊँचा नाम
बड़े -बड़े लोगो को देखा
इसके लिए होता संग्राम
6.जा को जोड़ बने जापान
बड़े -बडो के मुहँ की शान |
7.बूझो भैया एक पहेली
जब काटो तो नई नवेली |
8.हरा हूँ पर पता नही,
नकलची हूँ पर बन्दर नही ,
बूझो तो मेरा नाम सही |
9.कद के छोटे कर्म के हिन्
बिन -बजाने के शोकीन ?
10.रोज शाम आती हूँ मै
रोज सवेरे जाती हूँ ,
नीद न मझको समझना
यधिप तुम्हे सुलाती हूँ |
11.दबे पावं घुस जाती
चीज चट कर जाती ,
जब पकड़े उसे दोड़कर ,
छु मन्त्र हो जाती |
12.गर्मी मे वह देखता
सर्दी मे घायब हो जाता |
13.कातिल ,पर दोषी नही
उजला उसका रंग ,
बतीस के दल मे रहे ,
सदा रहे एक संग |
14.हरी -हरी पूंछ
सफेद घोडा
बताने मे समय
मैं लेता बहुत थोडा |
15.मै अलबेला कारीगर
काटू काली घास
राजा ,रंक और सिपाही
सिर झुकाते मेरे पास |
भाई लोगो पहेली बूझो ,अधूरी नही वो पूरी हैं |
2.एक किले मे चालीस, सबका हैं मुहँ काला |
पूंछ पकड़ कर रगड लगाओ ,झट कर दे उजियाला |
3.एक नर मै देखी कार, बच्चा हर जने हर वो नारी |
बच्चा होते माँ को खाये, बच्चा मरे तो माँ की जय |
4.पड़ी रहे धड के बिना, गाड़ी मिटे सिर हिन् |
मग करे पग रहत हैं ,अक्षर केवल तीन |
5.वह हमको देती आराम
यह ऊँची तो ऊँचा नाम
बड़े -बड़े लोगो को देखा
इसके लिए होता संग्राम
6.जा को जोड़ बने जापान
बड़े -बडो के मुहँ की शान |
7.बूझो भैया एक पहेली
जब काटो तो नई नवेली |
8.हरा हूँ पर पता नही,
नकलची हूँ पर बन्दर नही ,
बूझो तो मेरा नाम सही |
9.कद के छोटे कर्म के हिन्
बिन -बजाने के शोकीन ?
10.रोज शाम आती हूँ मै
रोज सवेरे जाती हूँ ,
नीद न मझको समझना
यधिप तुम्हे सुलाती हूँ |
11.दबे पावं घुस जाती
चीज चट कर जाती ,
जब पकड़े उसे दोड़कर ,
छु मन्त्र हो जाती |
12.गर्मी मे वह देखता
सर्दी मे घायब हो जाता |
13.कातिल ,पर दोषी नही
उजला उसका रंग ,
बतीस के दल मे रहे ,
सदा रहे एक संग |
14.हरी -हरी पूंछ
सफेद घोडा
बताने मे समय
मैं लेता बहुत थोडा |
15.मै अलबेला कारीगर
काटू काली घास
राजा ,रंक और सिपाही
सिर झुकाते मेरे पास |