Monday, April 2, 2018

Top 15 in Latest Hindi Pahaliyan

1.एक है कोठरी हर घर मे ,
कही न बिस्तर पाए  |
पानी शीश से गुजरता है ,
चेतत है कोई नाहि |


2.एक कथा मै कहू
सुन रे मेरे पूत !
बिना प्राण के उड़ चला ,
बांध गले मे अपने सूत


3.तीन अख़बार का मेरा नाम ,
सबसे ऊँचा  है मेरा मान  |
बीच कटे तो रहू  पड़ी ,
शुरू कटे तो बस गडी |


4.हाथ बांधा ,पावं बांधा ,
मुख को भी दीया बांध |
दो थाल दोनों बंधे ,
बंधे से बचे नही कांध |


5.हला जाए,वापिस नही आए.
जाता  हुआ भी ,दिख नही पाए |
हर कोई उसके गुण पाए ,
वही हमेशा बलवान कहाए | |


6.हमने देखा एक खजाना
लुट सके कोई जिसको ना |
दोनों हाथ से जो भी बांटे
ये दौलत तो बढती जाए |


7.आता है सुबह ,
शाम को जाता है|
कभी नही घर ,
का पता बताता | |


8.शीश कटे तो बचत है |
सिर्फ वामे हाड ,
धड काटो तो फिर पड़ जाए |
ऊँचा नो -दस का ताड


9.यु तो हूँ बेजान वस्तु मैं
न पीती हूँ न खाती हूँ |
फिर भी कोई करे पिटाई ,
तो दिल भर चिल्लाती  हूँ | |


10.पानी पीते ढल  जाए उम्र ,
हवा पाये पल जाए |
पके हुए सेब सा रंग ,
तथा रवि- सा तेज सुहाए |



11.मेरे सामने जो भी आवे ,
अपनी ही सुरत पावे |
बुद्धिमान  मानु मैं उसको ,
जो भी मेरा नाम बतावे |



12.देखी एक विचित्र  वर्षा ,
हाथी खड़ा हुआ  नहाये |
बहे नही पानी प्यास बुझे  ना ,
जमीन भीगी जाये |


13.बतलाओ क्या है नाम मेरा ,
स्त्री मुझसे करे श्रंगार |
छाया रहूं उनके अधरों पर ,
पर नही बनू  कभी आहार |



14.पावं नही भागा जाए ,
घोड़े को भी हरा के आए |
पूरा जग उससे भय खाए ,
कर के पूजा उसे मनाए|


15.काली -काली है उसकी वर्दी ,
धीमी है उसकी चाल |
हर भवन मे वह फिरे घूमता ,
जैसे हो कोई कोतवाल |










1.स्नानघर









2.पतंग










3.पगड़ी











4.तराजू










5.समय













6.विध्या










7.सूरज








8.पहाड़









9.ढोलक













10.आग










11.दर्पण













12.ओंस












13.लिपिसिटक









14.नाग










15.कौआ































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